FASTag: 15 फरवरी तक हर हाल में खरीद लें फास्टैग, फिर नहीं कर पाएंगे Cash Payment
FASTag: केंद्र सरकार ने पूरे देश में अब FASTag जरूरी कर दिया है. 15 फरवरी तक सभी वाहनों पर FASTag स्टीकर लगाना जरूरी होगा.
FASTag: केंद्र सरकार ने पूरे देश में अब FASTag जरूरी कर दिया है. यानी अब हाईवे पर टोल देते समय इसी के जरिए पेमेंट करना होगा. पहले इसकी तारीख को आगे बढ़ाया था, लेकिन सरकार इसे आगे बढ़ाने के मूड में नजर नहीं आ रही है. अब 15 फरवरी तक सभी वाहनों पर FASTag स्टीकर लगाना जरूरी होगा. इससे पहले दिसंबर में इसको लागू करने की समय सीमा को बढ़ाकर 15 फरवरी 2021 किया गया था.
क्या है FASTag? (What is FASTag?)
FASTag NETC या National Electronic Toll Collection FASTag इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम्स के साथ काम करता है. इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने डवलप किया है. यह RFID तकनीक का इस्तेमाल कर गाड़ियों को बिना रोके ऑटोमेटिक तरीके से पेमेंट कलेक्शन करता है. जिससे आपको कैश देने की जरूरत नहीं होती. यह एक स्टिकर है जो आपकी कार के विंडशील्ड से अंदर से जुड़ा होता है. इस रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) में बारकोड होता है जो आपकी गाड़ी के रजिस्ट्रेशन डीटेल के साथ जुड़ा होता है.
कैसे करता है काम? (How does it work?)
FASTag एक ऐसा स्टीकर है, जिसे वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपका दिया जाता है जिसके बाद Toll Plaza किसी भी कैश लेन-देन के लिए गाड़ियों को रोकने की जरूरत नहीं पड़ती है. RFID (Radio frequency identification) तकनीक से यह काम करता है. Toll Plaza से गुजरने पर टोल अमाउंट को FASTag से जुड़े खाते से सीधे काट लिया जाता है.
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कब हुई थी शुरुआत? (When did it start?)
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने साल 2019 में FASTag की शुरुआत की थी जिसके बाद NHAI के मुताबिक टोल भुगतानों में FASTag की अभी हिस्सेदारी लगभग 75 से 80 फीसदी हो गई है. इसका मतलब ये हुआ कि हर 100 वाहनों में से लगभग 80 वाहन FASTag का इस्तेमाल कर टोल प्लाजा पर पेमेंट कर रहे हैं. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक सवाल के जवाब में कहा है कि भारत में FASTag से लेन-देन दिसंबर 2020 में 73.36% तक पहुंच गया है और पूरी उम्मीद है कि 15 फरवरी के बाद ये 100 फीसदी तक पहुंच जाएगा.
ये है कीमत (This is the price)
FASTag की कीमत दो चीजों पर निर्भर करती है, पहला वाहन की कैटेगरी और दूसरा आप इसे कहां से खरीद रहे हैं. यानी आप इसे कार, बस, ट्रक, जीप या किसी दूसरे वाहन के लिए खरीद रहे हैं. हर बैंक की FASTag की फीस और सिक्योरिटी डिपॉजिट को लेकर अलग-अलग पॉलिसी है.
कार के लिए Paytm से FASTag 500 रुपये में खरीद सकते हैं. आज की तारीख में तकरीबन हर बैंक इसकी सुविधा दे रहा है. इसके अलावा कई मोबाइल App के जरिए भी FASTag खरीद सकते हैं. Paytm के अलावा Amazon, Snapdeal से भी FASTag खरीदा जा सकता है. साथ ही देश के 23 बैंकों के जरिए भी इसे अवेलेबल कराया जा सकता है. वहीं सड़क परिवहन प्राधिकरण ऑफिस में भी इसकी बिक्री होती है.
कितनी है वैलिडिटी? (How much is the validity?)
FASTag 5 साल तक वैलिड होता है. वहीं इसके अकाउंट के लिए आप जो रिचार्ज करते हैं, उसकी कोई validity नहीं होती. जब तक आपका FASTag वैलिड रहता है, तब तक रिचार्ज वॉलेट में एक्टिव रह सकता है.
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08:18 AM IST